भारतीय रेल की एक महत्वपूर्ण रेलवे—पूर्व तट रेलवे 1 अप्रैल 2003 से अपने वर्तमान रूप में अस्तित्व में आया। उसी दिन से, यह नया क्षेत्रीय रेल मुख्यालयओडि़शा राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में कार्य कर रहा है। इस रेलवे का भौगलिक क्षेत्र तीन राज्यों में व्याप्त है। इसके कार्यक्षेत्र में ओड़शा के लगभग सभी भाग, पूर्वोत्तर आन्ध्रप्रदेश के श्रीकाकूलम, विजयनगरम एवं विशाखापत्तनम जिले तथा छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर और दन्तेवाड़ा जिले शामिल हैं। लंबे तटीय क्षेत्र वाला यह इलाका खनिज एवं प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है तथा औद्योगिक विस्तार की दहलीज पर है।
इस क्षेत्र में स्थापित हो रहे कई खनिज आधारित उद्योग, मेगा स्टील प्लांट तथा रसायन एवं उर्वरक संयत्रों के कारण बढ़ने वाली परिवहन संबंधी मांग को पूरा करने के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए पूर्व तट रेलवे अपने को तैयार कर रही है। पारादीप, गोपालपुर एवं विशाखापट्नम बंदरगाहों की कार्गो हैंडलिंग सुविधाओं में वृद्धि के चलते रेल क्षमता में वृद्धि लाने तथा विस्तार करने की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं पर अमल किया जा रहा है।औद्योगिक गतिविधियों की संभावित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए फिलहाल आधारभूत रेल संरचना के विस्तार से संबंधित कई परियोजनाओं का क्रियान्वयन जारी है।